Thursday, December 29, 2011

हेमंत स्मृति कविता सम्मान रविकान्त को तथा विजय वर्मा कथा सम्मान नीला प्रसाद को

मुंबई २७ दिसंबर। राजस्थानी सेवा संघ संचालित श्री जे.जे.टी विश्वविद्यालय के साहित्यिक विभाग हेमंत फाउंडेशन द्वारा आयोजित वर्ष २०१२ का विजय वर्मा कथा सम्मान संवेदन शील लेखिका नीला प्रसाद को उनके कथा संग्रह 'सातवीं औरत का घर' तथा हेमंत स्मृति कविता सम्मान युवा कवि रविकान्त को उनके कविता संग्रह 'यात्रा' के लिए दिए जाने का निर्णय पुरस्कार संयोजक भारत भारद्वाज तथा पदाधिकारी विनोद टीबड़ेवाला,संतोष श्रीवास्तव, आलोक भट्टाचार्य, प्रमिला वर्मा तथा सुमीता केशवा के साथ संयुक्त रूप से लिया गया। संस्था के निदेशक विनोद टीबड़ेवाला ने बताया '' जहां एक ओर नीला प्रसाद की कहानियों में सामाजिक यथार्थ का मार्मिक वर्णन है वहीं रविकान्त की कविताओं में प्रेम, सच्चाई, ईमानदारी, प्रतिरोध जैसे शाश्वत मानवीय मूल्यों की बानगी मिलती है।'' पुरस्कार समारोह शनिवार ४ फरवरी को मुंबई में आयोजित किया जाएगा।
पुरस्कार समारोह की अध्यक्षता वरिष्ठ उर्दू शायर श्री जलीस शरवानी [अध्यक्ष- फिल्म राइटर्स एसोशिएसन, मुम्बई] करेंगे। प्रमुख अतिथि के तौर पर वरिष्ठ हिन्दी डोगरी कवयित्री पदमा सचदेव तथा नवभारत टाइम्स के संपादक सुंदर चंद ठाकुर उपस्थित रहेंगे।

प्रस्तुति
सुमीता केशवा

अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मुंबई की लेखिकाएं सम्मानित

मुंबई, आठ राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों से सम्मानित तथा हेमंत फाउंडेशन की अध्यक्ष प्रसिद्व लेखिका संतोष श्रीवास्तव को सृजन सम्मान एवं वैभव प्रकाशन द्वारा थाईलैंड में आयोजित चतुर्थ अन्तर्राष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन में ''सृजन श्री'' साहित्य सम्मान से सम्मानित किया गया। साथ ही प्रसिद्व कवयित्री तथा हेमंत फाउंडेशन की कार्याध्यक्ष सुमीता केशवा भी ''सृजन श्री'' सम्मान से सम्मानित की गईं। यह सम्मेलन प्रतिवर्ष अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किया जाता है। जिसके अन्तर्गत प्रतीक चिन्ह, प्रमाण पत्र, एवं पुष्प गुच्छ तथा १००० मूल्य की पुस्तकें प्रदान की जाती हैं। आयोजन थाईलैंड की राजधानी बैंकाक में समारोह पूर्वक संपन्न हुआ, जिसमें भारत के लगभग ३५ रचनाकारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। जिनमें प्रमुख थे इन दिनों के संपादक सुधीर सक्सेना, आधारशिला के संपादक दिवाकर भट्ट, दैनिक भारत भास्कर के संपादक संदीप तिवारी तथा आउटलुक की पत्रकार गीता श्री । कार्यक्रम तीन सत्रों में संपन्न हुआ। पहले सत्र में हिन्दी के वैश्विक स्तर पर विचार विमर्श किया गया जिसकी अध्यक्षता संतोष श्रीवास्तव ने की तथा संचालन डा.सुधीर शर्मा ने किया। दूसरे सत्र में सम्मान समारोह तथा तीसरे सत्र में कवि गोष्ठी आयोजित की गई जिसका संचालन संतोष श्रीवास्तव ने बड़े ही रोचक अंदाज़ में किया। कवि गोष्ठी में जहां एक ओर विभिन्न कवियों ने अपनी कविताओं से समा बांधा वहीं सुमीता केशवा तथा संतोष श्रीवास्तव ने अपनी गज़लें सुनाकर वाहवाही लूटी। आभार स्वागत अध्यक्ष डा. जयप्रकाश मानस ने व्यक्त किया।

प्रस्तुति
टीना जोन्स
 

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