Sunday, August 28, 2011

हिन्दी टंकण करते समय आपको जिन संयुक्ताक्षरों को लिखने में विशेष कठिनाई होती है

हिन्दी टंकण करते समय आपको जिन संयुक्ताक्षरों को लिखने में विशेष कठिनाई होती है उसे दूर करने के लिये इस संक्षिप्त आलेख को लिखना मैं अपना उत्तरदायित्व मानता हूँ। यदि आप “बरहा” यूनिकोड प्रयोग कर रहे हैं तो संयुक्ताक्षरों के लिये निम्नवत टंकणादेश अपने कुंजीपटल पर दें।

१) क्ष = क+श+ह {k+(shift+h)+h}

२) ष = श+ह {(shift+h)+h}

३) ऋ = shift दबा कर r(यानि कि R)+उ(u)

उदाहरणार्थ :- क+ऋ = कृ जैसे कृत्य

ह+ऋ =हृदय

न+ऋ =नृत्य

४) ञ = ज+~(यह संकेत आपके कुंजीपटल में अंको के प्रारम्भ में ही रहता है जो कि shift कुंजी को दबा कर आता है)जैसे कि कञ्चन।

५) ज्ञ = ज + ~ + ज(यह अक्षर ज+ञ की संयुक्त ध्वनि है न कि ग+य की ध्वनि जैसा कि अधिकतर लोग बोलते हैं)

६) ङ = ~ + ग जैसे कि जङ्घा

७) ढ़ = shift दबा कर द + x ( x दबाने से नीचे बिन्दु लग जाता है। जैसा कि कई बार उर्दू से स्वीकारे अक्षरों ज़, ख़, क़ आदि के लिये करना पड़ता है।

८) ऑ = ~ + ओ जैसे कि डॉक्टर


आशा है कि आपको इस आलेख से पर्याप्त सहायता मिलेगी।


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आयुषवेद by डॉ.रूपेश श्रीवास्तव