हिन्दी टंकण करते समय आपको जिन संयुक्ताक्षरों को लिखने में विशेष कठिनाई होती है उसे दूर करने के लिये इस संक्षिप्त आलेख को लिखना मैं अपना उत्तरदायित्व मानता हूँ। यदि आप “बरहा” यूनिकोड प्रयोग कर रहे हैं तो संयुक्ताक्षरों के लिये निम्नवत टंकणादेश अपने कुंजीपटल पर दें।
१) क्ष = क+श+ह {k+(shift+h)+h}
२) ष = श+ह {(shift+h)+h}
३) ऋ = shift दबा कर r(यानि कि R)+उ(u)
उदाहरणार्थ :- क+ऋ = कृ जैसे कृत्य
ह+ऋ =हृदय
न+ऋ =नृत्य
४) ञ = ज+~(यह संकेत आपके कुंजीपटल में अंको के प्रारम्भ में ही रहता है जो कि shift कुंजी को दबा कर आता है)जैसे कि कञ्चन।
५) ज्ञ = ज + ~ + ज(यह अक्षर ज+ञ की संयुक्त ध्वनि है न कि ग+य की ध्वनि जैसा कि अधिकतर लोग बोलते हैं)
६) ङ = ~ + ग जैसे कि जङ्घा
७) ढ़ = shift दबा कर द + x ( x दबाने से नीचे बिन्दु लग जाता है। जैसा कि कई बार उर्दू से स्वीकारे अक्षरों ज़, ख़, क़ आदि के लिये करना पड़ता है।
आशा है कि आपको इस आलेख से पर्याप्त सहायता मिलेगी।